तरसती नज़रों की प्यास हो तुम, तड़पते दिल की आस हो तुम, बुझती ज़िंदगी की साँस हो तुम, फिर कैसे ना कहूँ कुछ खास हो तुम..!!

 
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तरसती नज़रों की प्यास हो तुम, तड़पते दिल की आस हो तुम, बुझती ज़िंदगी की साँस हो तुम, फिर कैसे ना कहूँ कुछ खास हो तुम..!!